IQNA के मुताबिक,सरकारी सूचना केंद्र के हवाले से, रूहानी और उनका प्रतिनिधिमंडल आज 16 फ़रवरी जुमा दोपहर को "मक्का मस्जिद" हैदराबाद की आईने इबादी-राजनीति शुक्रवार नमाज़ में भाग लेने के लिए हाज़िर हुए।
इस शहर के मुसलमानों ने ईरानी राष्ट्रपति की उपस्थिति के रास्ते में खड़े होकर "वेलकम रूहानी" और "ज़िंदाबाद ईरान, ज़िंदाबाद इंडिया" के नारे लगा कर इस धार्मिक समारोह आईने इबादी-राजनीति में उनकी मौजूदगी का स्वागत किया।
हैदराबाद की शुक्रवार की प्रार्थना शिया और सुन्नी मुसलमानों की व्यापक उपस्थिति के साथ मक्का मस्जिद में आयोजित की जाती है यह मस्जिद, जिसे भारत का सबसे प्रमुख ऐतिहासिक स्मारक माना जाता है, सुल्तान मुहम्मद क़ुतुब शाह द्वारा बनाया गया था, जो ईरानी सिलसिले के छठे दक्कन शासक और शिया शाही वंश था।
वह इस परिवार के सबसे अधिक विश्वासियों और धार्मिक शासकों में से एक गिने जाते हैं, इस विशाल इमारत का जो कि दक्षिण भारत में सबसे बड़ी मस्जिद शुमार होती है 1617 में हैदराबाद में निर्माण किया, उन्होंने शियावाद और फारसी भाषा को बढ़ावा देने के लिए भी कड़ी मेहनत की।
रूहानी हैदराबाद की शुक्रवार की प्रार्थना को संबोधित करेंगे।
गुरुवार शाम, भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मूदी की दावत पर तीन दिवसीय यात्रा के लिए भारत आए हैं। उन्होंने भारत की अपनी यात्रा हैदराबाद से शुरू की।
प्रतिनिधिमंडल के मुखिया रूहानी, विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ सहित कई सरकारी सदस्यों के साथ हैं,
निजी क्षेत्र के आर्थिक कार्यकर्ताओं का एक समूह भी राष्ट्रपति के साथ है
रोहानी नई दिल्ली के लिए आज दोपहर हैदराबाद छोड़ देंगे। वह शनिवार को मूदी व साथ ही भारत के राष्ट्रपति के साथ मिलेंगे, , इसी तरह विदेश मंत्री से भी, और द्विपक्षीय आर्थिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। ।
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