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दिल्ली में हौज़ाए इल्मिया क़ुम की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ का सम्मेलन

उर्दू से फ़ारसी में "तज़केराए मजीद दर अहवाले शहीद सालिस" किताब का अनुवाद

16:11 - March 17, 2023
समाचार आईडी: 3478739
IQNA TEHRAN: इकना के मुताबिक, हौज़ाए इल्मिया क़ुम की 100वीं वर्षगांठ का सम्मेलन दिल्ली में ईरान के इस्लामिक गणराज्य के हाउस ऑफ कल्चर में आयोजित किया गया था।

इकना के मुताबिक, हौज़ाए इल्मिया क़ुम की 100वीं वर्षगांठ का सम्मेलन दिल्ली में ईरान के इस्लामिक गणराज्य के हाउस ऑफ कल्चर में आयोजित किया गया था।

 

यह सम्मेलन वली फकीह के प्रतिनिधित्व, अल-मुस्तफी विश्वविद्यालय के प्रतिनिधित्व, इस्लामी गणतंत्र ईरान के दूतावास के सांस्कृतिक परामर्श और हौज़ाए इल्मिया क़ुम के अंतर्राष्ट्रीय कुलपति के सहयोग से आयोजित किया गया था।

 

इस सम्मेलन में, श्री मोहम्मद बाक़िर रज़ा सईदी ने क़ुम अल-मुक़द्देसा में स्थित इंडियन रिसर्चर्स काउन्सिल की गतिविधियों पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की।

 

उन्होंने क़ुम में ईरानी और गैर-ईरानी छात्रों और विद्वानों के बीच अधिक संचार पर जोर देते हुए कहा: इंडियन रिसर्चर्स काउन्सिल ने भारतीय शिया क़ौम के लिए आवश्यक अनुसंधान के लिए 650 विषयों की लिस्ट तैयार की है, और प्राथमिकता के अनुसार उन पर काम जारी है।

 

उन्होंने फारसी और अरबी में उपलब्ध ज्ञान का उर्दू में अनुवाद और हस्तांतरण पर भी जोर दिया और कहा कि बहुत सी किताबों को उर्दू से फारसी और अरबी में अनुवाद करना जरूरी है, और इंडियन रिसर्चर्स काउन्सिल के वैज्ञानिक समूहों ने उर्दू से फारसी में अनुवाद करने के लिए 40 पुस्तकों की पहचान की है। उनमें से एक का अनुवाद इन दिनों पूरा हो चुका है और यह तज़केराए मजीद दर अहवाले शहीद सालिस है, जो शहीदे सालिस का ज़िन्दगी नामा है, और शहीद सालिस की जिंदगी पर कोई दस्तावेजी किताब इससे बेहतर नहीं लिखी गई है।

 

हुज्जतुल-इस्लाम वल-मुस्लिमीन सईदी ने भारत की जरूरतों की गणना करते हुए, इस्तिहलाल (चांद देखने से सम्बंधित) खगोलीय फ़िक़्ही पाठ्यक्रम और फ़िक़्ही मोज़ू शनासी पाठ्यक्रम सहित कई पाठ्यक्रमों के आयोजन की ओर इशारा किया।

 

उन्होंने विशेष वैज्ञानिक बैठकों के आयोजन और कालिज यूनिवर्सिटी के भारतीय शिया छात्रों के लिए इस्लामी उलूम पाठ्यपुस्तकों की प्रोग्रामिंग का भी उल्लेख किया।

 

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